मांझी ने बोला कि रही सही बातें बेंगलुरु में हो गई कि पहले ही नीतीश कुमार को वहां से भागना पड़ा. वहीं जब वो मुंबई गए तो उनको आईना दिखा दिया गया. मुख्यमंत्रियों को जैसे ही जी20 के भोज में बुलाया गया तो नीतीश कुमार को खिड़की मिल गई.
जीतन राम मांझी ने प्रश्न किया कि नीतीश कुमार को जो बाइडेन से पीएम मोदी परिचय करा रहे थे इसका क्या औचित्य है?
इसका मतलब है कि नरेंद्र मोदी के दिल में कहीं न कहीं कुछ न कुछ चल रहा है. इसी बात को हमने बोला है कि देखिए आगे-आगे क्या होता है.बातचीत के क्रम में इस प्रश्न पर कि नीतीश कुमार के मन में क्या चल रहा है? इसके जवाब में मांझी ने बोला कि नीतीश के मन में बात नहीं चलती तो वह पहुंचते ही नहीं, वह जाते ही नहीं. नरेंद्र मोदी का दिल इतना बड़ा है कि उन्होंने नीतीश कुमार का जो बाइडेन से परिचय करवाया. रही बात नीतीश कुमार की तो इनके पास नरेंद्र मोदी की शरण में जाने का अलावा कोई उपाय नहीं है.
इस प्रश्न पर कि अब तो आप एनडीए में हैं आपके मन में क्या है कि नीतीश कुमार वापस एनडीए में आ जाएं? इस पर मांझी ने बोला कि वो आ जाएंगे या नहीं आएंगे इससे कोई मतलब नहीं है. आ भी जाते हैं तो उससे एनडीए को कोई फायदा नहीं होगा ये मैं मानता हूं. राहुल गांधी को आगे बढ़ाया जा रहा है और नीतीश कुमार को समझ आ गई है बात तो क्या ऐसे में आपको लगता है कि बिहार की सियासत में फिर से उलटफेर होने वाली है इस पर मांझी ने बोला कि सीधा और शुरू से बोल रहे हैं कि आगे आगे देखिए होता है क्या. उधर तेजस्वी यादव यादव बांह चढ़ा रहे हैं और तो वहीं नीतीश कुमार जो बाइडेन से मिल रहे हैं. बिहार की सियासत में भूचाल आना है. वक्त की बात है कि भूचाल कब आता है.