सिर्फ एआईएमआईएम ने महिला आरक्षण बिल के विरुद्ध वोट देने का कार्य किया है.
हमने माइनॉरिटी के मुद्दे को उठाया है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं. उन्होंने बोला कि माइनॉरिटी का मुद्दा आगे भी उठाते रहेंगे जब तक समस्याओं का हल नहीं हो जाता है. ये भी भारत के नागरिक हैं. इनके लिए भारत सरकार को सोचना चाहिए.एआईएमआईएम नेता अख्तरुल ईमान ने बोला कि मुसलमानों का वोट सभी लेना चाहते हैं लेकिन उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कोई मुंह नहीं खोलना चाहते हैं. वही एआईएमआईएम को गठबंधन से दूर रखे जाने के प्रश्न पर उन्होंने बोला कि अल्पसंख्यकों को ये रखैल समझते हैं. उन्होंने आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस पार्टी का बिना नाम लिए निशाना साधते हुए बोला कि इन्हें हमारा वोट प्यारा है लेकिन ये सत्ता में साझेदारी नहीं देना चाहते है इसीलिए एआईएमआईएम से इन लोगों ने दूरी बना कर रखा है. बता दें कि इंडिया एलायंस में एआईएमआईएम पार्टी को सम्मिलित नहीं किया गया है जिससे इनके पार्टी के लोग नाराज हैं.