'इंडिया' (India) शब्द को लेकर पूरे देश में खूब जमकर सियासत हो रही है. इसको लेकर बीजेपी (BJP) और विपक्ष के बीच खूब आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं. इस बीच विपक्षी गठबंधन को इंडिया शब्द को समर्थन देने पर खौफ का माहौल भी दिख रहा है. दरअसल, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू (JDU) के प्रदेश कार्यालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में बुधवार को 'इंडिया' गठबंधन के विपक्षी नेताओं के पिक्चर के साथ एक बड़ा पोस्टर लगाया गया, जिसमें सबसे ऊपर लिखा था 'जीतेगा इंडिया' और 'चक दे इंडिया' इस पोस्ट को लगाए हुए लगभग आधा घंटा भी नहीं हुआ था कि अचानक आनन-फानन में पोस्टर को उतार दिया गया. इस पोस्टर को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) के कार्यालय आने के बाद हटाया गया. ललन सिंह ने पोस्टर को लेकर पार्टी नेताओं को नसीहत भी दी. वहीं, इस वाकये के बाद कयासों का दौर प्रारंभ हो गया है.दरअसल, आज ही जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह दिल्ली से पटना आए थे. पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करने के बाद वह सीधे जेडीयू कार्यालय आए, जहां उन्होंने 'इंडिया' गठबंधन के इस नए पोस्टर को देखा. उसके बाद वह अंदर गए और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित कई नेताओं के साथ बातचीत की और ललन सिंह के अंदर रहते ही पोस्टर को तुरंत हटा दिया गया.
ललन सिंह जब कार्यालय से जाने लगे तो उमेश कुशवाहा सहित कई कार्यकर्ताओं पर भड़क गए.
ललन सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए बोला कि कोई भी इंडिविजुअल कार्यालय पर कुछ भी लगाएगा और न लगाने देगा. कभी भी इस तरह का कार्य नहीं होना चाहिए. पार्टी कार्यालय पर पार्टी के निर्देश पर ही कोई पोस्टर लगता है. किसके निर्देश पर यह पोस्टर लगाया गया? इस पर किसी ने कुछ भी जवाब नहीं दिया.जेडीयू कार्यालय में 'जीतेगा इंडिया' और 'चक दे इंडिया' के पोस्टर में देश के 15 नेताओं की तस्वीर लगाई गई थी, जिसमें नीतीश कुमार की पोस्टर के बीचों बीच बड़ी पिक्चर थी. नीतीश कुमार के एक ओर राहुल गांधी, अखिलेश यादव, हेमंत सोरेन, अरविंद केजरीवाल, उद्धव ठाकरे, सीताराम येचुरी, महबूबा मुफ्ती, दीपांकर भट्टाचार्य तो दूसरी तरफ मल्लिकार्जुन खरगे, लालू प्रसाद यादव, ममता बनर्जी, स्टालिन, शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला और डी राजा की पिक्चर लगी थी. हालांकि पोस्टर में कोई विशेष बात ऐसी नहीं थी, लेकिन पोस्टर में कहीं भी भारत नहीं लिखा हुआ था. वहीं, इंडिया और भारत नाम को लेकर देश में राजनीतिक माहौल अभी गरम है.