आरजेडी वालों ने अपने जीवन में कभी सकारात्मक बात तो की नहीं है.
न इनके बाबूजी ने किया न माताजी ने किया और न ये खुद कर रहे हैं. मीडिया को नसीहत दे रहे हैं तो मीडिया वालों को खुश होना चाहिए कि लालू यादव के लड़के सकारात्मक सियासत करने की बात कर रहे हैं. तेजस्वी यादव नए लड़के हैं और अगर इनकी समझ में आए की सकारात्मक राजनीति हो सकती है तो अच्छी बात है.चुनावी रणनीतिकार ने बोला कि तेजस्वी यादव को अपने नेताओं और मंत्रियों को राय देनी चाहिए. सबसे पहले खुद इसे माने. ये कैसे मुमकिन है कि उनका मंत्री बयान दे रहा है और तेजस्वी यादव को पता नहीं है? आपको लगता है कि आरजेडी में कोई मंत्री बयान दे देगा और पता नहीं होगा. सुधाकर सिंह ने बयान दिया वो कितने दिन मंत्रालय में रहे? वो जगदानंद सिंह के लड़के हैं इसके बावजूद उनको पद छोड़ना पड़ा. ऐसा कैसे मुमकिन है कि चंद्रशेखर बयान देते हैं और तेजस्वी यादव उससे सहमत नहीं हैं. उसके बाद भी उनपर कार्रवाई नहीं होती है इतनी राजनीति तो सबको समझ आ रही है. खुद ही ये लोग बयान दिलवाते हैं ताकि समाज में हिन्दू-मुस्लिम हो और समाज में ध्रुवीकरण बना रहे ताकि उसी पर रोटी सेंक कर सियासत करते रहें.