बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) निरंतर रोजगार के मुद्दे पर न सिर्फ केंद्र सरकार को घेरते हैं बल्कि बताते भी हैं कि प्रदेश में कितनी नौकरियां दी जा रही हैं. महागठबंधन की सरकार निरंतर नियुक्ती पत्र भी बांट रही है. हालांकि कई नियुक्ति पत्रों पर बीजेपी प्रश्न भी उठा चुकी है कि वो भर्तियां एनडीए सरकार के वक्त की थीं जिसकी अब वाहवाही लूटी जा रही है. इन सबके बीच एक बार फिर तेजस्वी यादव ने शुक्रवार (22 सितंबर) को रोजगार के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर ताना कसा. पीएम का फुलफॉर्म भी लिखा.डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शुक्रवार (22 सितंबर) की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर नौकरियों के मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा- "बिहार में शिक्षक बहाली के दूसरे चरण में 70,000 शिक्षकों की नियुक्ति होगी. प्रथम चरण में 1,70,461 से अधिक शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है. हम लोग Event के PM (Prime Manager) नहीं बल्कि जो बोलते हैं उसे धरातल पर उतारते हैं. बिहार में बहार, नौकरियां अपार!"
दरअसल, 20 सितंबर को नीतीश कैबिनेट की बैठक में कुल 69,692 शिक्षकों की भर्ती पर छाप लगी है.
कक्षा 6 से 12वीं तक कुल 69 हजार 692 शिक्षक पद का क्रिएशन किया गया है. बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवाशर्त नियमावली 2023 के तहत शिक्षक की नियुक्ति होगी. प्लस टू में कुल 31 हजार 982, हाई स्कूल में कुल 18,830 और मध्य विधायक में कुल 18 हजार 880 शिक्षकों के पद सृजित किए गए हैं. बिहार लोक सेवा आयोग प्रतियोगिता एग्जाम कराकर शिक्षक नियुक्त करेगा. इसी भर्ती का चर्चा करते हुए तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर ताना कसा है. उन्होंने अपने पोस्ट में कुछ दिनों पहले हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा का भी चर्चा किया है.