हम लोग सभी धर्मों का सम्मान करते हैं.
मृत्युंजय तिवारी ने बोला कि सनातन धर्म के नाम पर बीजेपी सियासत करती है. किस संदर्भ में उदयनिधि स्टालिन ने यह बयान दिया है, बीजेपी नहीं बता रही है. बीजेपी के लिए यह राजनीति का विषय हो सकता है, लेकिन सनातनियों के लिए नहीं है. वहीं, इस वर्णन पर नीरज कुमार ने बोला कि उधयनिधि स्टालिन ने किस संदर्भ में क्या बोला? यह वह जानें, हमें नहीं पता है. बीजेपी वाले उदयनिधि स्टालिन के बयान को क्यों उठा रहे? बीजेपी वाले फर्जी हिंदू हैं. सावन में कड़कनाथ मुर्गा खाते हैं. यूपी में तीज पर छुट्टी नहीं मिलती, गणेश चतुर्थी पर नहीं मिलती, छठ पर्व पर नहीं मिलती. बीजेपी फिर कैसे सनातन धर्म की पैरवीकार बन रही है?बता दें कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया से की थी. शनिवार (2 सितम्बर) को चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने बोला, 'कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें समाप्त करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते. मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते. हमें उन्हें समाप्त करना है. सनातनम (सनातन धर्म) भी ऐसा ही है. सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला कार्य है.' वही, इस बयान के बाद 'इंडिया' गठबंधन के घटक दल ने किनारा कर लिया है. कांग्रेस पहले ही किनारा कर चुकी है. कांग्रेस का बोलना है कि पार्टी को इस वर्णन को वापस लेना चाहिए.