ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर कुमार सानू से वो भिड़ गए.
डॉक्टर सानू ने बोला कि एक मरीज जो न्यूरो का केस था उसे रेफर कर दिया था. इतने में मरीज के परिवार वालों ने बोला कि विधायक से बात कर लीजिए तो उसने बोला की वह इसके लिए ऑथराइज नहीं है. इसके बाद परिवार वाले ने उनका नाम पूछा. इसके बाद नहीं बताने पर वे लोग चले गए. कुछ देर बाद बीजेपी विधायक आए और उनके साथ बदतमीजी करने लगे. गाली-गलौज की. कॉलर पकड़ लिया. डॉक्टर ने बोला कि उनकी कोई गलती नहीं है. अब उन्हें यहां कार्य करने में डर लगता है. बोला कि मेरे साथ कोई अनहोनी घटना घट सकती है. इसकी मैं शिकायत करूंगा.डॉक्टर कुमार सानू ने बोला कि उनकी पोस्टिंग संग्रामपुर प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र में है मगर जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है जिसके वजह से उनकी पोस्टिंग मुंगेर सदर अस्पताल में हुई है. डॉक्टर सानू ने बोला कि हमें इंसाफ चाहिए. मुझे काफी डर लग रहा है.इस मामले में विधायक प्रणव कुमार यादव ने बोला कि एक मरीज के विषय में चिकित्सीय सलाह लेने के लिए वे डॉक्टर से बात करना चाह रहे थे. उस डॉक्टर ने उससे बात भी नहीं की और न ही अपना नाम बताया जिसके बाद वे खुद सदर अस्पताल आए. डॉक्टर से बात करने गए तो डॉक्टर ने उनके साथ काफी बदतमीजी की. उन्होंने बोला कि डॉक्टर के साथ किसी तरह की मारपीट नहीं हुई है. मेरे साथ बदतमीजी की है. सीधे कहता है हम कोई विधायक एमएलए को नहीं जानते हैं.इस अफरातफरी के बीच कोतवाली थाने की पुलिस भी पहुंची और माहौल को शांत करवाया. घटना की जानकारी पाकर मौके पर सिविल सर्जन डॉ. पीएम सहाय और डीएस डॉ. रमन भी आए. सीएस पीएम सहाय ने बताया कि मामले की जांच-पड़ताल की जाएगी. चिकित्सक से उसके पक्ष की सूचना ली गई है. विधायक से भी मामले की सूचना ली जाएगी. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. सिविल सर्जन ने बोला कि चिकित्सक द्वारा अब तक लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. सीसीटीवी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.