ऐसा बयान छपेगा तो बोलना बंद कर दूंगा.
दरअसल, नीतीश कुमार शनिवार की सुबह बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री बाबू की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करने मुख्य सचिवालय आए थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बीजेपी से दोस्ती वाली बात के साथ-साथ सुशील मोदी के बयान पर भी खूब जमकर भड़ास निकाली. बोला कि सुशील मोदी कहां और क्या थे उनको याद नहीं रहता है क्या? जब विश्वविद्यालय में थे तो छात्र नेता के चुनाव मैंने कई वोट उनको दिलवाए थे. विपक्ष चाहे जितना अटैक करे मुझे कोई उससे मतलब नहीं है. मैं अपना कार्य करता रहता हूं.आगे नीतीश कुमार ने बोला कि पहले मैं सचिवालय में दिन भर रहता था. जब लगा कि अधिकारी वक्त से नहीं रहते हैं तो मैं पहुंचने लगा. अब मंत्री से लेकर अधिकारी सब वक्त से आते हैं. नीतीश कुमार ने मोतिहारी के बयान को सीधा पलटते हुए बोला कि मेरा कहीं किसी से संबंध नहीं है. मैं सिर्फ अपना कार्य करता रहता हूं. 5 राज्यों में चुनाव पर नीतीश कुमार ने बोला कि चुनाव में जनता मालिक है देखा जाए क्या होता है.