मुनील यादव ने बताया कि इतवारपुर पूजा समिति की तरफ से हर वर्ष नए-नए तरह का पूजा पंडाल बनाया जाता है.
पिछली बार मदुरई का मीनाक्षी मंदिर बनाया गया था. इस बार गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर के तर्ज पर भव्य पंडाल बनाया जा रहा है जो काफी आकर्षक होगा. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां पूर्ण रूप से द्वारकाधीश भगवान कृष्णा की इतिहास से जुड़ा रहेगा. पंडाल के आसपास ऊपर-नीचे सभी स्थान महाभारत में भगवान कृष्ण की भूमिका को दर्शाया जाएगा जिसे कारीगर थर्मोकोल से उस आकृति को बनाएंगे. इस पंडाल में भगवान कृष्ण की बड़ी मूर्ति भी लगाई जा रही है. कुल मिलाकर भगवान कृष्ण से जुड़े दृश्य को इस पंडाल के माध्यम से दिखाया जाएगा.पूजा समिति के आयोजक ने बोला कि पंडाल और मूर्ति के साथ-साथ यहां लाइटिंग की भी विशेष इंतजाम की गई है. पटना और कोलकाता दोनों जगह के कारीगर संयुक्त रूप से लाइटिंग का कार्य कर रहे हैं जो काफी आकर्षक होगा. उन्होंने बोला कि पंडाल, लाइटिंग और मूर्ति को मिलाकर करीब 30 लाख रुपये के आसपास खर्च होने के अनुमान हैं. इसके अलावा सप्तमी से लेकर नवमी तक हर वक्त प्रसाद वितरण एवं नवमी के दिन महा प्रसाद का वितरण किया जाएगा.