सड़क हादसे में मृत युवक समीर कुमार, आकाश कुमार, प्रहलाद कुमार के परिवार से मुलाकात की.
इस दौरान पीड़ित परिवार से सूचना मिली कि उन्हें अभी तक सरकारी मुआवजा नहीं मिला है. इस पर चिराग ने चिंता जताते हुए बोला कि घटना और दुखद हो जाती है जब उसमें लापरवाही बरती जाती है. 10-12 दिन बाद भी सरकारी मुआवजा नहीं मिल सका है. उन्होंने बोला कि घर का खाने-खिलाने वाला आदमी इस दुनिया से चला गया. ऐसी स्थिति में राहत की राशि देने में विलंब होना बिल्कुल गलत है. उन्होंने बोला कि हम तीनों परिवार के सभी बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेवारी लेते हैं.भदौनी बेलदरिया में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद चिराग पासवान वारिसलीगंज प्रखंड के गंभीरपुर गए. यहां डूबने से 4 युवकों की मृत्यु हुई थी. चिराग पासवान ने बोला कि प्रशासनिक लापरवाही से यह घटना हुई थी. तालाब में एक स्थान पर बीस फीट गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया, जबकि पूरे तालाब को डेढ़ फीट गड्ढा खोदा गया है. अगर वहां पर गड्ढा नहीं होता तो शायद इतनी बड़ी दुर्घटना नहीं होती. यहां भी पीड़ित परिवार को अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है.