तेज प्रताप यादव ने लोगों से बोला कि यहां एक नर्सरी भी है जहां सभी प्रकार के पेड़-पौधे हैं.
इसमें आंवले का पेड़ भी है. आप लोग बताएं कि आंवले का सेवन करते हैं कि नहीं? एक अदिति नाम की महिला ने हाथ उठाया तो उन्होंने प्रश्न किया, क्या आप जानती हैं आंवले की उत्पत्ति कहां से हुई है?जवाब नहीं मिलने पर तेज प्रताप यादव ने फिर सभी से पूछा लेकिन कोई नहीं बताया. इसके बाद तेज प्रताप यादव ने बोला कि हमको पता है कि आंवले की उत्पत्ति कहां से हुई है. उन्होंने बोला कि जो लोग धार्मिक हैं और धर्म को लेकर चलते हैं तो हमारे वेद और पुराण में भी लिखा हुआ है. जब विष्णु भगवान ने थूका था तो आंवले के पेड़ की उत्पत्ति हुई थी. इसके बाद तेज प्रताप यादव ने आंवले के गुण के बारे में बखान करने लगे. बोला कि आंवले से आंख की रोशनी बढ़ती है. बाल हमेशा काले रहते हैं. सुबह में जो आंवला का चूर्ण या कच्चा आंवला का सेवन करते हैं उन्हें कोई बीमारी नहीं होती है. हमारे आवास में दो-दो आंवले का पेड़ है.तेज प्रताप यादव गुरुवार को विश्व डॉल्फिन दिवस के मौके पर "संजय गांधी जैविक उद्यान पटना" में 2 से 5 अक्टूबर तक आयोजित वन्य प्राणी सप्ताह के मुख्य प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए थे.