मई 2015 में गौना करके अपनी पत्नी को घर ले आया. उसके बाद 4 वर्ष तक कोई भी बच्चा नहीं हुआ.
इसके बाद आरा के एक निजी अस्पताल में चार वर्षों तक पत्नी का उपचार करवाया तो एक लड़की (चांदनी) हुई, जो अब तीन वर्ष की हो गई है. चांदनी के होने के ढाई साल बाद एक लड़का भी हुआ. अब पत्नी ज्ञानती को एक साथ 4 बेटे हुए हैं. इसको लेकर परिवार के लोग बहुत खुश हैं. भरत ने बताया कि शनिवार को पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. इसके बाद पत्नी को आरा के बाबूबाजार में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पत्नी का सफल ऑपरेशन किया गया. शनिवार की सुबह लगभग 11 बजे उसने 4 बेटे को जन्म दिया. इनमें से चारों बच्चे लड़के हैं और सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं. डॉ. गुंजन सिंह ने बताया कि सिजेरियन ऑपरेशन से महिला का सफल प्रसव कराया गया. चारों नवजात शिशु और महिला स्वस्थ हैं. उन्होंने बताया कि महिला के गर्भ में एक साथ चार बच्चे होने की सूचना अल्ट्रासाउंड से हुई थी, लेकिन चारों बच्चे लड़के होने का अंदाजा नहीं था. उनके अस्पताल में पहली बार किसी महिला का एक साथ 4 बच्चों का प्रसव हुआ है. जब स्पर्म भ्रूण बनाने के लिए फर्टिलाइजर एग तक पहुंचता है तो गर्भधारण की प्रक्रिया शुरू होती है. फर्टिलाइजेशन के वक्त अगर गर्भाशय में अलग-अलग तीन अंडे उपस्थित हो या फिर फर्टिलाइज एग तीन भ्रूण में बट जाए तो महिला तीन बच्चे को जन्म दे सकती है. अभी तक कुछ ही ऐसे मामले सामने आए हैं, जो कि महिलाओं को 4 बच्चे भी हुए हैं.