नवरात्र में अधिसंख्य हिंदू उपवास या फलाहार करते हैं,
ऐसे में प्रशिक्षण का प्रोग्राम बनाना समझ से परे है.बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने बोला कि बीजेपी इस निर्देश को लेकर जनता के बीच जाएगी. इस बीच, कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने भी इस निर्देश को वापस लेने की बात बोली है. वहीं, माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बोला कि यह सरकार की तुगलकी नीति है. उन्होंने साफ लहजे में बोला कि इस निर्देश के दूरगामी प्रभाव दिखेंगे. इधर, बीजेपी का बोलना है कि यह तुष्टिकरण है. बीजेपी का बोलना है कि मुस्लिम के पर्व में कर्मचारियों के लिए टाइम टेबल बदला जाता है. बता दें कि नवरात्र के अवकाश के दौरान शिक्षकों को 16 अक्तूबर से 21 अक्तूबर तक आवासीय प्रशिक्षण का आदेश दिया गया है. इसमें कई महिला शिक्षकों को बुलाया गया है. इस स्थिति में कई जगहों पर प्रशिक्षण के लिए शिक्षक तो जुटे हैं लेकिन कई शिक्षक उपवास में हैं. शिक्षक संगठनों ने बोला कि इस प्रशिक्षण को रद्द कर आगे के लिए प्रस्तावित करना चाहिए.