जब यह घटना हुई तो उन लोगों ने समझाने का प्रयत्न किया लेकिन उग्र भीड़ पर कोई प्रभाव नहीं हुआ.
बबाल ज्यादा हो गया जिसकी जानकारी साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने थानाध्यक्ष को दी. उसके बाद जानकारी बलिया एसडीपीओ सहित जिला मुख्यालय और एसपी तक पहुंच गई. जब तक पुलिस बल या अधिकारी पहुंचते तब तक स्थिति तनावपूर्ण हो चुकी थी. कई गाड़ियों को आग के हवाले किया जा चुका था.घटना के बाद गुरुवार (26 अक्टूबर) की सुबह क्षेत्र में फिर दोनों पक्षों मे भारी तनाव उत्पन्न हो गया. स्थिति अनियंत्रित होने लगी तो एसपी ने आकर मोर्चा संभाला. एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है. उपद्रव करने वालों की पहचान की जा रही है. दोनों तरफ से अभी तक दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य के लिए छापेमारी की जा रही है.डीएम रोशन कुशवाहा ने लोगों से अपील की है कि आपसी भाईचारे को न भूलें. जिस प्रकार दोनों पक्ष हमेशा एक साथ नजर आते थे उसी प्रकार एक साथ रहें. आपसी भाईचारे के साथ शांति के साथ रहें.इस बीच केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह ने इस घटना को लेकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर आक्रमण बोला. संवाददाताओं से बोला, "बेगूसराय में हाल के दिनों में कई सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति के वजह से केवल हिंदुओं को आरोपी ठहराया जाता है. मुझे आशंका है कि फिर से इंसाफ नहीं मिलेगा और ताजा घटना का पूरा आरोप हिंदुओं पर मढ़ दिया जाएगा."