आज सभी साथियों से इसकी तैयारियों को लेकर वार्तालाप हुई.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने जाति आधारित गणना पर खड़े हो रहे प्रश्न पर जवाब दिया. उन्होंने बोला कि जब सर्वदलीय कमेटी पीएम मोदी से मिलने गई थी तब उसमें कांग्रेस से अजित शर्मा भी गए थे. सभी पार्टियां चाहती थीं कि जातीय गणना हो लेकिन केंद्र सरकार तैयार नहीं हुई. इसके बाद बिहार सरकार ने अपनी तरफ से इसे कराया. इसका आंकड़ा सबके सामने आने के बाद प्रश्न उठा रहे हैं.अखिलेश सिंह ने बोला कि जातीय गणना की रिपोर्ट वैसे तो ठीक है लेकिन यदि कुछ गलती होगी भी तो सरकार देखेगी. बीजेपी इसे लेकर प्रश्न इसलिए उठा रही है क्योंकि वो जातीय गणना कराना नहीं चाहती थी. वो शुरू से ही इसके विरोध में थी. मेरा मानना है कि जो गरीब है सवर्ण में या अन्य किसी बिरादरी में उसको निश्चित रूप से आरक्षण मिलना चाहिए. सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब परिवारों तक पहुंचे जिसका विकास हो सके.कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के वर्णन पर बोला कि वह लोग तो सारी पार्टियों को खत्म करना चाहते हैं. जैसे रूस में पुतिन शासन चला रहे हैं उसी के नक्शे कदम पर यह लोग आगे बढ़ रहे हैं.