जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) कई मुद्दों को लेकर रविवार को मीडिया से वार्तालाप की. इस क्रम में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के फूलपुर से चुनाव लड़ने के प्रश्न पर उन्होंने बोला कि कार्यकर्ताओं की इच्छा है, लेकिन निर्णय तो नीतीश कुमार को ही करना है. अब आप समझ लीजिए कि कार्यकर्ता वहां की चाह रहे हैं कि नीतीश कुमार वहां से आकर चुनाव लड़े तो बीजेपी (BJP) को वोट कहां से मिलेगा. वहीं, अमित शाह पर आक्रमण बोलते हुए उनको फर्जी ज्योतिष बताया. उन्होंने बोला कि जहां-जहां गए और कहा कि दो तिहाई बहुमत से सरकार बनेगी. बंगाल में हार गए, हिमाचल में हार गए, कर्नाटक में हार गए. इनका यही हाल होने वाला है.केंद्र सरकार के द्वारा 765 जिलों में अधिकारियों को भेज कर अपने कार्यों का रथ निकाले जाने पर ललन सिंह ने बोला कि अब उनको अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी पर भरोसा नहीं रहा इसीलिए अब अधिकारियों को लगा रहे हैं, क्योंकि उनको लगा है कि उनकी तानाशाही सरकार के साथ-साथ पार्टी में भी चल रही है, उनका पार्टी के कार्यकर्ताओं से भरोसा उठ गया है इसीलिए अपने अधिकारियों को अपने कार्य के प्रचार में लगा रहे हैं, लेकिन उन्होंने पिछले 9 वर्ष में क्या किया? यह बताना चाहिए. उज्वला योजना की हालत खराब है, महंगाई रुकी नहीं, काला धन आया नहीं, बल्कि काला धन और बाहर जा रहा है इसका जवाब उनका देना ही चाहिए.जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राम मंदिर पर बोला कि ठीक है राम मंदिर बना है. प्रधानमंत्री वहां पूजा करेंगे, अमित शाह पूजा करेंगे, योगी आदित्यनाथ पूजा करेंगे, लेकिन गोदी मीडिया उसको 15 दिन तक दिखाएंगे प्रचार करेगा कि प्रधानमंत्री ने कैसे पूजा की, क्या किया, लेकिन देश की जनता देख रही है और इनको इसका माकूल जवाब समय पर मिल जाएगा. वहीं, केंद्र सरकार के द्वारा रोजगार मेला में 133 लोगों को रोजगार दिए जाने पर चुटकी लेते हुए बोला कि हमने फोटो देखा है कि बड़ा भारी-भारी आदमी मुरेठा वाला नियुक्ति पत्र दे रहा था, नियुक्ति पत्र देने का मतलब है कि सवा लाख लोगों को एक साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार गांधी मैदान और राज्य के 37 जिले में देने जा रही है.
यह नीतीश कुमार का करामात है.
जेडीयू के मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ने पर सिंह ने बोला कि क्या हम अपनी पार्टी संगठन को मजबूत नहीं करें? निश्चित तौर पर हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव को लेकर है और लोकसभा में हम लोग साथ चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने बोला कि कई ऐसी जगह है जहां लोगों के बीच विधानसभा चुनाव में समझौता नहीं हो सकता है. केरल में आप देख लीजिए दो फ्रंट है वहां समझौता नहीं हो सकता, बंगाल में ममता बनर्जी सीपीएम, सीपीआई से विधानसभा में समझौता नहीं हो सकता, लेकिन लोकसभा चुनाव में हम लोग साथ हैं और लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. वहीं, महुआ मोइत्रा के मामले पर उन्होंने बोला कि हमें अखबारों से खबर मिली है. सच्चाई पता नहीं है, लेकिन आचार समिति में मामला है. आचार समिति दोनों पक्ष को सुनेगी.