अभ्यर्थियों का इल्जाम था कि रिजल्ट में गड़बड़ी हुई है.
कट ऑफ मार्क्स जारी नहीं किया गया है. फर्जी डिग्री के आधार पर चयन हो रहा है. बीते बुधवार की सुबह से अभ्यर्थी बीपीएससी दफ्तर के गेट पर बवाल कर रहे थे. इसके बाद बुधवार की शाम को कट ऑफ मार्क्स जारी किया गया था. हालांकि हंगामा अगले दिन गुरुवार को भी देखने को मिला. इसके बाद अब अंक पत्र जारी करने का फैसला लिया गया है.बुधवार को एक मामला सामने आया था कि झारखंड डाल्टनगंज के मुकेश सिंह के पास एसटीईटी की डिग्री नहीं है फिर भी इनका चयन 11-12वीं के इतिहास शिक्षक पद के लिए हो गया. बगैर एसटीईटी की डिग्री के परीक्षा में सम्मिलित भी कर दिया गया. रिजल्ट जारी होने से पहले पटना और किशनगंज में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में भी सफल कर दिया गया.शिक्षक अभ्यर्थियों का इल्जाम है कि कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक के लिए डीएलएड अभ्यर्थी का ही चयन होना था लेकिन कई बीएड अभ्यर्थी भी चयनित हो गए हैं. हालांकि आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने पहले ही यह बोला है कि बीपीएससी परीक्षा और उसके परिणाम से संबंधित कार्य कर रहा है. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का कार्य शिक्षा विभाग का है.