निकिता ने प्रारंभिक शिक्षा डीएवी स्कूल जहानाबाद से कीं.
स्नातक की पढ़ाई के लिए पटना विश्वविद्यालय के जेडी विमेंस कॉलेज में एडमिशन लिया और स्नातक के बाद सिविल सेवा की तैयारी के लिए दिल्ली चली गईं, लेकिन कोरोना काल में वापस जहानाबाद लौट आईं. वहीं, निकिता की मां गृहणी हैं और पिता अजय देव राजनीति क्षेत्र में सक्रिय हैं और वर्तमान में जहानाबाद में बीजेपी के जिलाध्यक्ष हैं. 2 भाई बहनों में निकिता छोटी हैं और फिलहाल बिहार सरकार में ऑडिटर के पद पर कार्यरत हैं. अभी ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद गईं हुई हैं. निकिता ने मोबाइल पर बताया कि सिविल सेवा में जाना उनका शुरू से ही मिशन रहा है और वे अपने इस मिशन में कामयाब रहीं. वह चाहती थीं कि सिविल सेवा मिले, लेकिन उन्हें यह विश्वास कतई नहीं था कि वह सेकंड टॉपर रहेंगी. निकिता के पिता अजय देव अपनी बेटी के इस उपलब्धि से काफी ज्यादा खुश हैं. उन्होंने बताया कि पढ़ाई में सिंसियर थी और क्लास में अव्वल आती थी. पिछली बार बीपीएससी के परिणाम में उसका ऑडिटर में सिलेक्शन हुआ. निकिता ने इस बार और ज्यादा मेहनत की और इस बार सेकंड टॉपर बनी, जो गौरव का विषय है.