आगे प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा. नियोजित शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग द्वारा निकाली गई नई नियमावली पर चिराग पासवान ने बोला कि लॉलीपॉप है दिखाने वाली बात हो रही है. तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लेते हुए बोला कि दावे बहुत बड़े-बड़े हुए, हम सत्ता में आएंगे तो पहली कलम से सभी को नौकरी देंगे. आंगनबाड़ी सेविकाओं का कार्य इतना ज्यादा बढ़ा हुआ है, लेकिन उन्हें क्या मिलता है?
चिराग ने बोला कि सब लोग जानते हैं बिहार में पेपर लीक मामला आम हो गया है.
कोई भी परीक्षा सही से नहीं ली जाती है. एक बार, दो बार पेपर लीक होते हैं, लेकिन बिहार में तो लगता है परीक्षा की तारीख निकलने से पहले पेपर आउट हो जाते हैं. जहां तक प्रश्न नियोजित शिक्षकों का है तो कुछ होने वाला नहीं है. यह लोग सिर्फ शिक्षकों को लॉलीपॉप दिखा रहे हैं. 2 अक्टूबर को बिहार सरकार की तरफ से जारी की गई जातीय गणना की रिपोर्ट पर प्रश्न उठाते हुए चिराग ने बोला कि पूरी गणना गलत है. यह हम पहले से बोलते आ रहे हैं क्योंकि हमसे ज्यादा कोई बिहार में नहीं घूमता है. हम बिहार के गांव-गांव में हमेशा घूमते रहते हैं. क्या हमको पता नहीं है कि बिहार में किसकी कितनी आबादी है? क्या हमें यह पता नहीं है कि पासवान की संख्या बिहार में कितनी है और क्यों पासवान की संख्या को कम कर दिया गया है. चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ इशारा करते हुए बोला कि यह हम समझ रहे हैं कि क्यों पासवान की संख्या को कम किया गया है. चिराग मॉडल ने उनको बहुत परेशान किया था. उन्हीं के राष्ट्रीय अध्यक्ष हमेशा चिराग मॉडल का नाम लेते रहते हैं.मांग करते हुए चिराग पासवान ने बोला कि आप बार-बार बोलते हैं कि जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी तो अब हिस्सेदारी दीजिए. एक बड़ी आबादी अनुसूचित जाति की है, एक बड़ी आबादी अति पिछड़ों की है और एक बड़ी आबादी मुसलमान की है तो फिर अब उनको उसकी हिस्सेदारी भी दीजिए.