स्थानीय दुकानदारों का बोलना है कि सहबाजपुर के पंचायत भवन के पास भोला ठाकुर की किराने की दुकान है. बेटे की कत्ल के बाद वह दुकान पर बैठते थे.
मंगलवार की रात दुकान बंद कर घर जा रहे थे.
घर का रास्ता लीची बगान होकर जाता है. उसी रास्ते में बदमाशों ने गोली मार दी. मृतक भोला ठाकुर के बेटे धीरज ने बोला कि सहबाजपुर के सामुदायिक भवन के पास दुकान है. 10 सालों से किराने की दुकान चल रही है. पहले राहुल बैठता था. उसकी कत्ल के बाद पिता दुकान चलाने लगे. पहले वो ट्रक चलाया करते थे. उनकी किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी.इस पूरे मामले में अहियापुर थानेदार रोहन कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. पहले के विवाद को भी खंगाला जा रहा है. एक भाई आपराधिक चरित्र का बताया जा रहा है. वर्तमान में वह हथौड़ी के किसी कांड में जेल जा चुका है. पुलिस उस बिंदु पर भी जांच-पड़ताल कर रही है कि उसके भाई के वजह से तो गोली नहीं मारी गई है. साथ ही पुलिस आसपास के सीसीटीवी को भी खंगाल रही है. दोषियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है. जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.