केंद्र सरकार भारत की विदेश नीति के साथ खिलवाड़ बंद करें.
मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशील नीति हमारी विदेश नीति का ध्वज होना चाहिए.'इजरायल पर फिलिस्तीनी संगठन हमास ने ताबड़तोड़ अटैक किए. ये हाल के वर्षों में इजराइल पर सबसे बड़ा आक्रमण था. हमास ने इस अटैक को ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड नाम दिया, जिसमें 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे गए, जिसमें 700 लोगों की मृत्यु हो गई और हजारों लोग जख्मी हो गए. वहीं, इजरायल में जंग का दूसरा मोर्चा खुलने के बाद दुनिया करीब 2 खेमे में बंट गई है. इसमें एक ओर अमेरिका, UK और फ्रांस जैसे veto power वाले देश हैं, जो इजराइल का साथ दे रही हैं. वहीं दूसरी तरफ ईरान ने फिलिस्तीन को खुला समर्थन दिया है. उन्होंने हमास को इस आक्रमण के लिए बधाई दी है. कतर ने इजराइली सेना को फिलिस्तानी लोगों के साथ हिंसा करने का जिम्मेवार ठहराया है तो पाकिस्तान ने भी इस आक्रमण का खुलकर समर्थन किया है.