आवासीय ट्रेनिंग विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों, बिपार्ड में दी जानी थी.
शिक्षकों का बोलना था कि आवासीय ट्रेनिंग के नाम पर हिंदू धर्म के शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है. दुर्गा पूजा की छुट्टी स्कूलों में पहले से ही घोषित है और उसी दौरान आवासीय ट्रेनिंग का प्रोग्राम शिक्षा विभाग ने रखा है. जबकि हिंदू धर्म के शिक्षक उपवास पर रहकर पूजा पाठ करते हैं.बता दें कि शिक्षक संघ सरकार से निर्देश को वापस लेने की मांग कर रहा था. बोला गया था कि निर्णय को 48 घंटे में वापस नहीं लिया गया तो बड़ा आंदोलन होगा. अब आवासीय ट्रेनिंग प्रोग्राम को रद्द कर दिया गया है. हालांकि नई तारीख का एलान जल्द होगा.
बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसी देनी है इसका प्रशिक्षण शिक्षकों को आवासीय ट्रेनिंग में दिया जाना दिया था. डिजिटल उपकरण व कंप्यूटर चलाना शिक्षकों को सिखाया जाना था ताकि शिक्षक बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ा सकें. शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स तैयार किए गए हैं.इससे पहले हिंदू पर्व की छुट्टियों में कटौती बिहार सरकार द्वारा की गई थी जिसको लेकर खूब जमकर विवाद हुआ था. बाद में सरकार को अपने निर्णय को पलटना पड़ा था. अब नवरात्र में ट्रेनिंग को लेकर हंगामा शुरू हो गया था. बीजेपी के नेता निरंतर बिहार सरकार पर प्रश्न उठा रहे थे. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा समेत कई नेताओं ने इसको लेकर सरकार पर आक्रमण बोला था.