दरअसल, शिक्षक संघ आवासीय ट्रेनिंग प्रोग्राम का विरोध कर रहा है. यह बोलते हुए कि जानबूझकर आवासीय ट्रेनिंग के नाम पर हिन्दू धर्म के शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है. क्योंकि दुर्गापूजा की छुट्टी स्कूलों में पहले से ही घोषित है और उसी क्रम में आवासीय ट्रेनिंग का प्रोग्राम शिक्षा विभाग ने रखा है. जबकि हिन्दू धर्म के शिक्षक उपवास पर रहकर पूजा पाठ करते हैं.
बता दें कि शिक्षक संघ बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं.
बीजेपी शिक्षक संघ का समर्थन कर रही है. आवासीय ट्रेनिंग में शिक्षकों को योगा, पीटी सिखाया जाएगा ताकि वह बच्चों को सिखा सकें. बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसी देनी है इसका प्रशिक्षण शिक्षकों को दिया जाएगा. डिजिटल उपकरण और कंप्यूटर चलाना शिक्षकों को सिखाया जाएगा ताकि शिक्षक बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ा सकें. शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स तैयार किए गए हैं.
शिक्षक और मास्टर ट्रेनरों को दिन-रात प्रशिक्षण केंद्र पर रहना है. उन लोगों के लिए नाश्ता, भोजन और रहने की भी बंदोबस्त की गई है. बता दें कुछ वक्त पहले शिक्षा विभाग ने हिन्दू त्योहारों की छुट्टियों में भी कटौती की थी जिस पर भी खूब जमकर हंगामा हुआ था. बाद में सरकार को अपने निर्णय को वापस लेना पड़ा था.