बिहार में बुधवार (18 अक्टूबर) को चौथे कृषि रोडमैप को जारी कर दिया गया. इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत कई नेता उपस्थित रहे. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने अपने संबोधन में बोला कि आज चतुर्थ कृषि रोडमैप की शुरुआत हो रही है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मैं का अभिनंदन करता हूं. इनसे हमने अनुरोध किया था और आज ये मौजूद हुई हैं तो खुशी की बात है.इस दौरान नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से बोला कि ये भूमि किसकी है? आप राष्ट्रपति के रूप में आईं हैं. इस देश के जो प्रथम राष्ट्रपति थे उनकी ये भूमि है. उसी भूमि पर आप आईं हैं. खुशी की बात है. वहीं नीतीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल से बोला कि आप तो इधर-उधर घूमते ही रहते हैं. हम तो आपसे भी आग्रह करेंगे कि कृषि रोड मैप का जो कार्य होता है तो आप भी देखिए कि अच्छे से हो रहा है कि नहीं, कहीं कुछ होगा तो संबंधित विभाग को भी बता दीजिएगा.
राज्यपाल से हंसते हुए नीतीश कुमार ने बोला कि अरे मेरा बतवा मानिएगा न?
ज्ञान भवन में आयोजित इस प्रोग्राम में नीतीश कुमार ने बोला कि सबसे पहले हम लोगों ने 2008 में कृषि रोड मैप की शुरुआत की थी. सीएम नीतीश ने बताया कि तीसरे कृषि रोड मैप में निर्णय के साथ-साथ फल, सब्जी दूध, दही, अंडा, मछली का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया. मछली का उत्पादन बिहार में 2.5 गुणा से भी अधिक बढ़ गया.सीएम ने बोला कि तीसरे रोडमैप को हमने 2017 से 2022 तक के लिए किया. इसके बाद इसे एक वर्ष के लिए बढ़ाया गया 2023 तक के लिए. एनालिसिस के बाद कुछ चीजों में कमी दिखी इसलिए हम लोगों ने चौथे कृषि रोडमैप का मन बनाया. किसानों से भी सलाह ली गई. जो भी कार्य बचा हुआ है, उसके लिए हमने चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत की है. नीतीश कुमार ने बोला कि पशु के लिए भी हमलोग बंदोबस्त कर रहे हैं. हर आठ-दस पंचायत के अंदर पशु अस्पताल बनवा रहे हैं ताकि जो किसान हैं उनको परेशानी न हो. पशुओं की जांच हो.