बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने बोला है कि अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. रविवार (01 अक्टूबर) की शाम पटना आए जीतन राम मांझी ने मीडिया से वार्तालाप की. इसी क्रम में यह बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बोला कि 75 साल तक चुनाव की राजनीति करनी चाहिए, इसके बाद नहीं. राजनीति में सक्रियता जारी रखना अलग बात है, चुनाव नहीं लड़ना अलग बात है.जीतन राम मांझी ने बोला कि मेरी आयु 79 वर्ष है. चुनाव नहीं लड़ेंगे इसका मतलब यह नहीं कि हम राजनीति से संन्यास ले लेंगे. राजनीति में हम रहेंगे और कार्य करेंगे. उन्होंने यह भी बोला कि आदमी जब अपने आप को सामाजिक सेवा के लिए ढाल दिया है तो वो तो मरते दम तक सियासत करेगा.पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से पूछा गया कि लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर क्या जिक्र हुई इस पर जवाब में बोला कि हमारी पार्टी कोई डिमांड नहीं कर रही है. जो भी होगा दशहरा के बाद बिहार में प्रवास होगा, सबकी सम्मिलित बैठक होगी उसी में तय होगा.
मांझी ने बोला कि उनकी पार्टी तो सब जगह तैयारी कर ही रही है.
पूर्णिया, नवादा, जमुई, गया, औरंगाबाद और जहानाबाद में हमने रैली की. दरभंगा में करने जा रहे हैं. उन्होंने बोला कि जहां-जहां हमारा बेस है वहां हम मजबूत कर रहे हैं.एक प्रश्न के जवाब में मांझी ने बोला कि जब वह एनडीए में आए हैं तो औपचारिक रूप से एनडीए के नेताओं से मुलाकात करना उनका फर्ज बनता है. हमने और बेटे संतोष सुमन ने गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की थी. बिहार की सियासत पर बात हुई थी. कुछ अवसर ऐसे आए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमको काफी तवज्जो दिया है. चाहे अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि हो या कोई और हो. जन जन में लोग यह कह रहे हैं अबकी बार फिर नरेंद्र मोदी. बिहार में 40 सीट हम लोग जीत कर लाएंगे.