प्रशांत किशोर ने बोला कि नीतीश कुमार के लिए आज जिक्र का विषय क्या है?
उनके लिए आज जिक्र का विषय है कि धरती का नाश होने वाला है. मोबाइल का प्रयोग करने से लोग पागल हो रहे हैं. क्या यही नीतीश कुमार का कार्य है? नीतीश कुमार क्या साइकोलोजिस्ट हैं या मनोवैज्ञानिक हैं? बिहार की जनता ने जो कार्य नीतीश कुमार को दिया है वो तो ये कर नहीं रहे बाकी बेकार की चीजों में इनका ध्यान रहता है. दुनिया कितने दिनों तक रहेगी, कब समाप्त हो जाएगी. इस पर बात करते हैं.आगे चुनावी रणनीतिकार ने बोला कि इन नेताओं से आप क्या अपेक्षा करते हैं? बिहार में जो आदमी शर्ट के ऊपर गंजी पहन लिया तो लोगों को लगता है कि वही जमीनी नेता है. भले उसको भाषा और विषय का ज्ञान न हो. कोई पढ़ा-लिखा आ जाए तो हम और आप बात करते हैं कि ये बिहार में नहीं चलेगा. आज देश में भ्रष्टाचार कहां नहीं है? नेता कहां झूठ नहीं कह रहे हैं? इसके बावजूद आज बिहार जैसी भयावह हालत देश के किसी दूसरे राज्य में नहीं है.