बीपीएससी (BPSC) ने शिक्षक भर्ती परीक्षा (Shikshak Bharti Pariksha) का परिणाम जारी कर दिया है. 1 लाख 70 हजार 461 पदों के लिए परीक्षा ली गई थी. इसमें से 1 लाख 22 हजार 324 पदों के लिए अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं. बुधवार (18 अक्टूबर) को बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद (BPSC Atul Prasad) ने वक्त पर परिणाम की चर्चा करते हुए बड़ी बात भी बोल दी. उन्होंने एक तरफ जहां यह बोला कि परिणाम में बीपीएससी की तरफ से इतिहास रचा गया है वहीं दूसरी तरफ यह भी बोला कि असंभव मिशन जो था वो पूरा हो गया.अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी कई पोस्ट किए हैं, गुरुवार (19 अक्टूबर) को एक पोस्ट में अतुल प्रसाद ने लिखा- "हम लाए हैं तूफान से कश्ती निकाल के, इस राज्य की शिक्षा व्यवस्था को रखना मेरे सफल अभ्यर्थियों संभाल के, सभी सफल अभ्यर्थियों को बहुत बहुत बधाई." एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा- "धन्यवाद टीम बीपीएससी, मिशन इम्पॉसिबल पूरा हुआ!!"शिक्षक भर्ती परिणाम को लेकर बुधवार को अतुल प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. बीएड अभ्यर्थियों के परिणाम के संबंध में प्रश्न तो किए गए लेकिन उन्होंने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया.
सिर्फ इतना ही बोला, "जिसने दर्द दिया है, वही दवा भी देगा. जब तक दवा नहीं है तब तक उपचार नहीं होगा".
अतुल प्रसाद ने बोला कि टीम ने इतिहास बनाया है. परीक्षा हुई 24, 25 और 26 अगस्त को हुई. 60 दिन भी नहीं हुए हैं और हम लोगों ने 43 विषय का परिणाम तैयार कर लिया है. सभी अभ्यर्थियों को जिला भी आवंटन किया गया है. आज तक बीपीएससी के इतिहास में इतने सारे परिणाम नहीं दिया गए हैं. बिहार के अभ्यर्थी काबिल हैं. कई लोगों ने प्रश्न उठाए थे कि कठिन प्रश्न आए हैं. जो कामयाब हुए हैं वो निश्चित तौर पर अच्छे अभ्यर्थी हैं.