इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में जाति की सियासत को लेकर जिक्र तेज है.
ऐसे ही बयानों पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने विपक्ष के नेताओं को आड़े हाथों लिया और बोला कि जैसे ही चुनाव आते हैं इनकी जीभ फड़फड़ाने लगती है. ये उटपटांग, गलत और गंदी बयानबाजी करने लगते हैं जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.अश्विनी चौबे ने 'इंडिया' गठबंधन में सम्मिलित नेताओं को देश की जनता से माफी मांगने की बात बोली है. उन्होंने यह भी बोला कि विपक्ष के लोगों द्वारा सनातन और जातियों का द्वेष फैलाकर जातियों से जातियों को लड़वाने का काम किया जाता रहा है. ऐसे लोगों से सावधान रहें. बोला, "नारियों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान, सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान." उन्होंने बोला कि किसी को भी किसी जाति धर्म को लड़ाने का काम बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने संविधान में नहीं दिया है.वहीं आनंद मोहन की बीजेपी में एंट्री वाले मामले पर अश्विनी चौबे ने बोला कि हम किसी व्यक्ति का स्वागत नहीं बल्कि हम काम करने वाले उन सभी का स्वागत करते हैं. राजनेता राज धर्म को निभाएं, राजनेता जो राज करे और नीति का पालन न करे उसे सियासत नहीं कहते.