सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध नहीं लगाया है कि राज्य सरकार आरक्षण नहीं दे सकती है.
आज 4 लाख लोगों को प्रमोशन मिला है, लेकिन अनुसूचित जाति, जनजाति का गला घोंट दिया गया है. बिहार में दलितों पर निरंतर अत्याचार हो रहा है.ललन पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के साथ मिलने पर बोला था कि नीतीश कुमार ने जिस सत्ता को उखाड़ कर सरकार बनाई थी, आज वह उसी सत्ता के साथ गलबहियां कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के लिए लालू यादव को सत्ता सौंप दी और उनके चरणों में नतमस्तक हो गए. आज अगर वह (नीतीश कुमार) मुख्यमंत्री नहीं बनते और संघर्ष करते तो बिहार की जागीर और जमीर दोनों बची रहती.कुछ महीना पूर्व आरएलजेडी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भविष्यवाणी किया था कि जल्द ही जेडीयू टूट जाएगा. जेडीयू कई बड़े नेता जल्द ही पार्टी को छोड़ देंगे. हालांकि एक साथ नहीं लेकिन टुकड़ों-टुकड़ों में जेडीयू में यह हालत देखने को मिल रहे हैं.
ललन पासवान के बीजेपी में आने से प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बोला कि बीजेपी मजबूत हो रही है. उन्होंने बोला कि बिहार में कर्पूरी ठाकुर को भी दो बार मुख्यमंत्री बनाने का कार्य जनसंघ और बीजेपी ने किया था. लालू प्रसाद भी पहली बार बीजेपी की सहायता से ही मुख्यमंत्री बने थे. नीतीश कुमार की तो बात ही मत कीजिए. उन्होंने बोला कि सुशील मोदी ने आंदोलन किया और फायदा नीतीश कुमार को मिला. इनका कोई योगदान आंदोलन में नहीं है. एक भी फोटो उनके आंदोलन का नहीं है. नीतीश कुमार को हेलीकॉप्टर से दिल्ली से भेजा गया और वह सीएम बने. उन्होंने बोला है कि 1995 में भी नीतीश कुमार की समता पार्टी ने 6 सीट जीत हासिल की और बीजेपी 41 सीट यानी उनसे तीन गुना सीट जीत हासिल की थी. तब बीजेपी ने अपने कंधे पर बैठाकर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया. अब नीतीश कुमार की क्या स्थिति है सभी जानते है.