वहीं, एमपी विधानसभा चुनाव जेडीयू की दस्तक के बाद विपक्षी एकत्व की मजबूती में सेंध लगता दिख रहा है.
एक ओर पूरे देश में घूमकर सीएम नीतीश कुमार ने विपक्षी एकत्व की नींव रखी तो दूसरी ओर एमपी चुनाव में कैंडिडेट खड़ा कर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं.बता दें कि एमपी चुनाव को लेकर 'इंडिया' गठबंधन के दलों के बीच तालमेल बनता नहीं दिख रहा है. एमपी में सीट शेयरिंग को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की कांग्रेस से नाराजगी खुलकर सामने आई थी. इसको लेकर अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर गंभीर इल्जाम लगाया था. मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने बोला था कि- "हमें बुलाया ही क्यों था जब गठबंधन नहीं करना था. हमें बता देते कि प्रदेश स्तर पर नहीं लोकसभा चुनाव के वक्त गठबंधन होगा. इसके साथ ही सपा मुखिया ने बोला कि मुझे कांग्रेस के लोग बोल दें कि सपा के साथ उन्हें गठबंधन नहीं करना है, हमसे साजिश और षड्यंत्र न करें.