पीएम मोदी मानवता की सेवा करने वाले लोग हैं.
दरअसल शनिवार को जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने बोला है कि पीएम मोदी ने वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खुद को अति पिछड़ा बोला था. उन्होंने बोला कि पीएम मोदी ने यह भी बोला था कि गुजरात में मोदी कोई जाति नहीं है, बल्कि उपनाम है.
जेडीयू प्रवक्ता नीरज ने बोला है कि नरेंद्र मोदी जिस जाति में पैदा हुए हैं उस जाति का नाम मोध घांची है. वर्ष 2002 में नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने मोध घांची जाति को ओबीसी में सम्मिलित किया था. बीजेपी उस अधिसूचना की प्रति जारी करे जिसमें मोध घांची को अति पिछड़ा वर्ग में सम्मिलित किया गया था. जब 1931 की जनगणना में मोध घांची समुदाय में शिक्षा का स्तर 40 फीसद था तब उसे किस आधार पर ओबीसी में सम्मिलित किया गया?जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने इल्जाम लगाया कि केंद्र सरकार इसी डर से जातीय आधारित गणना कराने में अनिच्छुक है. पीएम मोदी की ओबीसी स्थिति के बारे में झूठ उजागर हो जाएगा. पीएम मोदी वोट के सौदागर हैं. वे अपनी जाति छिपाना चाहते हैं इसलिए देश में जातीय जनगणना नहीं कराना चाहते हैं.