मैं मान लेता, लेकिन मेरे पास साक्ष्य है.
विधायक ने बोला कि मनुवादियों के अनुकूल देश में 33 करोड़ देवी-देवता हैं लेकिन जब भारत गुलाम हुआ, ब्रिटिश सरकार भारत में आई और गुलाम बनाने का कार्य किया उस वक्त भारतीयों की संख्या 30 करोड़ थी. मैं उन मनुवादियों से पूछना चाहता हूं जिन्होंने ये लिखा कि महिषासुर की करोड़ों सेना के साथ मां दुर्गा ने लड़ाई लड़ी और महिषासुर का नरसंहार कर दिया. जब मुट्ठी भर ब्रिटिश सरकार ने भारत को गुलाम बनाया तो मां दुर्गा क्या कर रही थीं? दस हाथ का औजार कहां था?वहीं पत्रकारों के एक और प्रश्न पर कि देवी-देवता की पूजा हो रही है, पंडाल बनते हैं, इस पर विधायक ने पूजा अर्चना करने को नाजायज खर्च बता दिया. उन्होंने बोला कि यह सारा खर्च बेकार है. जब दुर्गा का कोई इतिहास ही नहीं है तो लोग क्यों इतना खर्च करते हैं?मां दुर्गा को लेकर आरजेडी विधायक ने बोला कि अगर वह तीनों लोक की देवी थीं तो क्या भारत में ही तीनों लोक है. अगर दुर्गा देवी रहतीं और इनका अवतार हुआ रहता तो ये भारत में ही क्यों पूरे विश्व में क्यों नहीं? मैं बोलता हूं कि हम कौन से हिंदू हैं? जिन मनुवादियों ने देवताओं को काल्पनिक बनाया, उन्होंने ही ओबीसी एससी-एसटी को शूद्र बना दिया.