बिहार में एक ओर जहां निरंतर तेजी से शिक्षकों की बहाली हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ बीपीएससी की तरफ से जारी किए गए रिजल्ट (BPSC Results) पर प्रश्न भी उठाए जा रहे हैं. निरंतर बवाल हो रहा है कि परिणाम में गड़बड़ी हुई है. सही से सिलेक्शन नहीं हुआ है. ऐसे कई प्रकार के प्रश्न हैं. अब इसको लेकर बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है. शिक्षक नियुक्ति के प्रथम चरण के रिजल्ट पर प्रश्न उठाने वाले 741 शिक्षक अभ्यर्थियों को बिहार लोक सेवा आयोग नोटिस जारी करेगा.बताया जाता है कि नोटिस जारी होने के एक सप्ताह के भीतर इन्हें अपना स्पष्टीकरण देना होगा. अगर शिक्षक अभ्यर्थियों का जवाब आयोग को संतोषजनक नहीं लगा तो फिर इन पर कार्रवाई हो सकती है. ऐसा भी हो सकता है कि ये अभ्यर्थी बीपीएससी की अगली परीक्षाओं में नहीं बैठ सकें.
आयोग की तरफ से ऐसी भी कार्रवाई हो सकती है.
इस संबंध में बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बुधवार (15 नवंबर) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर खबर दी है. उन्होंने लिखा- "हमें TRE1.0 परिणामों पर बिना शपथ पत्र के 741 शिकायतें प्राप्त हुईं. फालतू शिकायतों के ऐसे सभी मामलों से सख्ती से निपटा जाएगा."
दरअसल काफी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी दावा कर थे कि कट ऑफ से उनका अधिक अंक है इसके बावजूद उनका चयन नहीं हुआ. ऐसे अभ्यर्थियों के लिए आयोग ने शिकायत पोर्टल खोला था. पोर्टल पर 741 अभ्यर्थियों ने आपत्ति दर्ज कराई. आयोग ने इल्जामो के संबंध में शपथ पत्र देने को बोला था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया है. इसे बीपीएससी ने गंभीरता से लिया है. बता दें कि पहले चरण में 1 लाख 22 हजार 336 शिक्षकों की आयोग से नियुक्ति की गई है.