बीजेपी विधायक ने बोला कि जो आपराधिक घटना हुई है और जिस महिला के साथ हुई है उसकी निजी पिक्चर को प्रशासन ने वायरल किया है. पर्सनल फोटो को वायरल नहीं करना चाहिए था.
महिलाओं के अत्याचार की बात करें, सम्मान की बात करें,
जब-जब मुख्यमंत्री सामने आते हैं तो बोलते हैं कि सबसे ज्यादा सम्मान उन्होंने किया है. सच ये है कि महिलाओं का मजाक बनाकर रख दिया गया है. बोला कि आज जितनी आपराधिक घटनाएं हो रही हैं अधिकतर महिलाओं के साथ हो रही है. चाहे विधानसभा की बात हो, लखीसराय या जमुई की बात हो, ना तो मुख्यमंत्री की तरफ से सम्मान किया जा रहा है, ना सरकार और ना प्रशासन की तरफ से किया जा रहा है.गोलीबारी के मामले को लेकर श्रेयसी ने बोला कि प्रशासन बोलता है कि घटना के तुरंत बाद 5 मिनट में वो लोग पहुंच गए थे. जब 5 मिनट में पहुंच गए तो दोषी भागा कैसे? सुबह के दिन हमलोग अर्घ्य देने जाते हैं तो घाट से लौटते वक्त काफी भीड़ होती है. ऐसे में कैसे कोई अकेला व्यक्ति इस तरह का कार्य करके भाग सकता है?