इस परंपरा को बीजेपी ने शुरुआत की.
महापुरुष लोगों का कोई जात-पात, धर्म नहीं होता है. कांग्रेस पार्टी के लोग ने अपने ही नेता सरदार पटेल को कभी सम्मान नहीं दिया है. ये वह लोग है जो महान विभूति को भुलाते हुए आए हैं और विरोध भी करते हुए आए हैं. ऐसे लोगों को मानव बोलना अच्छा नहीं है. ये लोग पशु के समान हैं.आगे नेता प्रतिपक्ष बिहार सरकार पर आक्रमण बोलते हुए कहा कि राज्य में प्रशासनिक अराजकता चरम पर रहने के वजह से राज्य के लोग तबाह हो गए हैं. लखीसराय में नरसंहार को प्रशासन द्वारा पहले प्रेम प्रसंग का रूप दिया गया, लेकिन परिवार वालों के द्वारा उनके जमीन और घर हथियाने की बात पर पुलिस खानापूर्ति कर रही है. स्थानीय विधायक होने के वजह से मैंने और मेरे दल ने शुरू से हत्यारे एवम उन्हें भगाने में सम्मिलित लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है. इसी प्रकरण में 30 नवंबर 2023 को लखीसराय में आयोजित महाधरना को प्रशासन ने पूर्व आदेश दी, लेकिन दबाब में आदेश रद्द कर दिया गया. पुलिस अभी भी माजरे की लीपापोती में लगी हुई है.