आपको बीजेपी और आरएसएस पर उंगली उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
भारतीय जनता पार्टी और संघ के लोग छाती ठोक कर भ्रष्टाचारी और अपराधी के खिलाफ लड़ते हैं और बोलते हैं."बीते रविवार की रात मोरा तालाब के पास ढाबा में सो रहे एक युवक की गोली मारकर कत्ल कर दी गई थी. विजय सिन्हा मृतक गब्बर सिंह के परिवार से मिले. बजरंग दल के संयोजक कुंदन पटेल के परिवार से भी मिले. इसके बाद उन्होंने पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस किया. विजय सिन्हा ने सरकार पर निशाना साधते हुए बोला कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के गृह जिले में अपराध चरम पर है.बता दें कि मंगलवार (31 अक्टूबर) को मंत्री श्रवण कुमार ने बोला था कि सरदार पटेल ने देश में कई अहम निर्णय लिए थे. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जब कत्ल हुई थी तो उसके बाद एक-एक हत्यारों को पकड़ने की पूरी कोशिश की गई. कुछ पकड़े भी गए. हत्यारे आरएसएस के लोग ही निकले थे. 4 फरवरी 1948 को भारत के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार पटेल ने यह बोलकर प्रतिबंध लगाया आरएसएस पर कि यह देश भक्तों को नहीं हत्यारों को और आतंकवादी को ट्रेनिंग दिलवाता है.