उन्होंने भी अपने जीवन में सब कुछ झटपट ही पाया है.
समाज के लिए कुछ किया नहीं है. अपनी कुछ योग्यता नहीं दिखाई है. उन्होंने किसी क्षेत्र में अपना पराक्रम, अपना पुरुषार्थ, अपनी योग्यता नहीं दिखाई है.तेजस्वी पर आक्रमण करते हुए पीके ने बोला कि लालू यादव के लड़के हैं तो झटपट कुर्सी पर बैठ गए और बिना झटपट बिहार को समझे इसे सुधारने की बात कर रहे हैं. उनसे कोई पूछने वाला नहीं है कि 15 वर्ष आपके माता-पिता यहां पर मुख्यमंत्री थे तब झटपट आपने बिहार को क्यों नहीं सुधार दिया?
शुक्रवार को मधुबनी के बासोपट्टी में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे बोला कि तेजस्वी यादव आज एक वर्ष से उप मुख्यमंत्री हैं, आप डिफेक्टिव सरकार चला रहे हैं, नीतीश कुमार तो मुखौटा हैं. आप स्वास्थ्य मंत्री हैं, तो आप झटपट यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था को कब सुधारिएगा? पथ निर्माण मंत्री भी हैं तो झटपट यहां के रोड कब बनाए जाएंगे. आप ग्रामीण कार्य मंत्री हैं तो आपने बिहार के गांव की बदहाली है, नाली-गलियों की दुर्दशा को झटपट कब सुधारा है? पीके ने तेजस्वी से बोला कि आप जो 3 विभाग चला रहे हैं उसके बारे में बता दीजिए, बाकी की बातें बाद में कीजिएगा.