इस परिस्थिति में लालू और तेजस्वी यादव दोनों सीएम आवास आ गए. बताया होगा कि आप चिंता मत कीजिए.
इसी सियासत के तहत दोनों नीतीश कुमार को समझाने गए होंगे.जीतन राम मांझी ने बोला कि नीतीश कुमार एक सुलझे हुए राजनीतिज्ञ हैं. तिकड़मबाजी कर 17 वर्ष से बिहार के सीएम के रूप में नीतीश कुमार ने गुजार दिया है. लालू यादव ने ही नीतीश कुमार को पलटू राम बोला था. अब तो विदेशों में भी पलटू राम की जिक्र होती है. एक आदमी पेरिस से आए हैं, उन्होंने बोला कि पेरिस में भी नीतीश कुमार को पलटू राम के रूप में जाना जाता है.आगे मांझी ने बोला कि नीतीश कुमार ने बोला था कि 2023 में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना देंगे. अब तो 2023 का 11वां महीना चल रहा है. ऐसी परिस्थिति में अभी तक नहीं बनाए हैं तो लालू यादव के सब्र का बांध टूटते हुए नजर आ रहा है इसलिए वह कभी-कभी दूरी बनाना चाहते हैं. नीतीश कुमार दबाव डालने के लिए कभी बीजेपी की तो कभी नरेंद्र मोदी की प्रशंसा कर देते हैं. अब लालू यादव ने राहुल गांधी को बोल दिया कि आप शादी कीजिए हम लोग बारात जाने के लिए तैयार हैं. उसके बाद नीतीश कुमार की जितना भी आशा और अपेक्षा थी वह सब टूटती हुई दिख रही है. वह बेचैन हो गए हैं. इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार को कन्वीनर तक नहीं बनाया गया.