विजय कुमार चौधरी ने बोला कि यह भी बात नहीं है कि कोई ऐसी बात बोल दी गई है जो आज तक नहीं हुआ है.
आज तक हमको लगता है 280 से अधिक सामाजिक प्रगति सेल कानून को 9वीं अनुसूची में डाला गया है उसी के तहत हम लोगों ने भी मांग की है. राज्य परिषद का फैसला और बिहार की जनता की तरफ से जो समाज से वंचित हैं, जो गरीब हैं उनके लिए ये सब किया गया है और यह तो सभी जातों में है. हमने बोला कि है बिहार के लोगों को इंसाफ दिलाने की बात है और उसमें तो बीजेपी ने समर्थन भी किया है. अब उनकी अब उनकी मनसा या उनकी नीयत की स्पष्टता या ईमानदारी इसी में देखी जाएगी कि आप इसको 9वीं अनुसूची में सम्मिलित करने के लिए समर्थन का पहल करते हैं कि नहीं. वित्त मंत्री ने बोला कि बीजेपी को भी बोलेंगे कि अपने ईमानदारी से इस विधेयक का साथ दिया है अब उसको 9वीं अनुसूची में डलवाइए. इससे किसी का कुछ बिगड़ता नहीं है. उन्होंने बोला कि राष्ट्रीय विमर्श के कार्य में आ चुका है जहां तक नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री चेहरा की बात है तो यह 'इंडिया' गठबंधन के सारे दल के लोगों का निर्णय है कि पहले हम लोग चुनाव लड़ लेंगे बहुमत आने के बाद फिर नेता का चयन बहुत आसानी से हो जाएगा.जेडीयू नेता ने बोला कि कितने प्रदेशों में जातीय गणना करने और आरक्षण बढ़ाने की मांग उठने लगी है इसकी धमक और इसकी भनक तो पूरे प्रदेशों में पहुंच चुकी है. नीतीश कुमार ने इसमें सबसे पहले पहल किया है यह पूरा देश देख रहा है. प्रधानमंत्री का पद तो चुनाव के बाद ही उपयुक्त होगा और इस पर निर्णय होगा.