इसी मातृशक्ति के बारे में इतने बुरे तरीके से विवरण करना देश के हर व्यक्ति पर कलंक लगाने जैसा है.
'गौरतलब है कि मंगलवार (7 नवंबर) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शीतकालीन सत्र के दौरान सेक्स एजुकेशन पर जो बयान दिया, उससे हंगामा की स्थिति बन गई है. इसके बाद बुधवार (8 नवंबर) की सुबह ही नीतीश कुमार ने सदन के बाहर मीडिया के सामने सफाई पेश की और माफी मांगी. बिहार सीएम ने बोला कि अगर उनकी इस बात से कोई आहत हुआ है तो वो अपना बयान वापस लेते हैं. हालांकि, विपक्ष उनको माफ करने के मूड में नहीं दिख रहा. बुधवार को नीतीश कुमार ने सदन में सफाई पेश करते हुए बोला, 'हमने बार-बार यही बोला है कि महिलाएं कम पढ़ पाई हैं, उन्हें और पढ़ना होगा. कई जगहों पर शिक्षा नहीं थी, जहां पर महिलाओं को शिक्षित करने के लिए सराकर ने बड़े कदम उठाए हैं.' इसके बाद बीजेपी ने सदन में बवाल कर वॉर आउट किया