उनको मिले धमकी भरे इस पत्र में लिखा था कि डेढ़ करोड़ दो वर्ना राजधानी, शताब्दी वंदे भारत ट्रेनें नहीं बचेगी.
पहले पत्र की अनदेखी की तो उसका नमूमा नॉर्थ इष्ट एक्सप्रेस के रूप में दिख गया.वहीं स्टेशन प्रबंधक के आवेदन के बाद मामला दर्ज कर लिया गया और पटना रेलवे पुलिस सामने आए तथ्यों और अलग-अलग बिंदुओं पर तकनीकी और वैज्ञानिक विश्लेषण करते हुए जांच-पड़ताल कर रही है. वहीं जैसे ही धमकी भरे खत की जानकारी मिली, तो उसके बाद आरपीएफ, जीआरपी, बम स्क्वायड, डॉग स्क्वायड,और ATS की टीम राजेंद्र नगर टर्मिनल पर पहुंची थी और जांंच-पड़ताल में जुट गई थी. हालाकिं जांच के क्रम में कोई भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ, लेकिन पुलिस प्रशासन इस धमकी भरे खत को लेकर चौकन्ना है. रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं. बता दें बीते 13 अक्टूबर को पटना स्टेशन पर बम रखने की और उसे उड़ा देने की धमकी मिली थी. हालाकिं बाद में इस मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया था.