चंद्रशेखर ने बोला कि इस तरीके की वारदात होती रहती है. दोषियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है. दोषी कितनी देर बचते हैं? 24 घंटा नहीं 48 घंटे में दोषी जेल में होते हैं. शहीद दारोगा प्रभात रंजन वैशाली जिले के रहने वाले थे. इस पर मंत्री ने बोला कि वो वैशाली के ही लाल नहीं बिहार और देश के लाल थे. हालांकि गुनाह है और जो घटना हुई है वह कोई नई बात नहीं है.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर हाजीपुर के भगवानपुर चौक आए थे.
इसका नाम बदलकर अब तेजस्वी प्रसाद यादव चौक रख दिया गया है. आरजेडी के समर्थकों ने मंत्री के पहुंचते ही जोरदार स्वागत किया. इसके बाद आरजेडी नेता केदार प्रसाद यादव से भेंट की. इसी क्रम में मीडिया से बातचीत में चंद्रशेखर ने इस तरह का बयान दिया है.बता दें कि शहीद दारोगा प्रभात रंजन 2018 बैच के थे. वह वैशाली जिले के पातेपुर प्रखंड के भगवानपुर खजूरी निवासी शिव नारायण शाह के बेटे थे. वर्तमान में जमुई जिले में अवर निरीक्षक के पद पर गरही थाने में तैनात थे. बालू माफिया और ट्रैक्टर चालक ने सुबह-सुबह पुलिस गश्ती के क्रम में कुचल दिया. मृतक पुलिस अधिकारी प्रभात रंजन का पूरा परिवार दिल्ली में है. जानकारी मिलने के बाद वे लोग दिल्ली से बिहार लौट रहे हैं.