मैंने बस ये बोला कि उनकी पहचान बस इतनी है कि वो लालू यादव के लड़के हैं.
मैंने बोला कि वो 9वीं फेल हैं, अगर वो नहीं हैं तो कैमरे के सामने आकर कह दें कि उन्होंने पीएचडी की है.पीके ने बोला कि मैंने तेजस्वी यादव के क्रिकेट करियर की भी बात कही थी. पत्रकारों से मैंने बोला भी कि उनकी पहचान बस इतनी है कि वो लालू यादव के लड़के हैं. तेजस्वी यादव ने पढ़ाई के क्षेत्र में खेलकूद के क्षेत्र में सामाजिक क्षेत्र में अगर पराक्रम किया है तो बता दें उसको हम लोग सीख कर नोट कर लेंगे.बुधवार को मधुबनी के झंझारपुर में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे बोला कि वो लोग खुद उछल रहे हैं कि मैंने उनको अज्ञानी बोला है. मैंने तो बस जनता के सामने फैक्ट रखा है. मेरे बाबूजी डॉक्टर थे तो मैं हर रोज बोल रहा हूं कि मेरे बाबूजी डॉक्टर थे और मेरे दादाजी बैलगाड़ी चलाते थे. उसी प्रकार अगर आपके बाबूजी मुख्यमंत्री थे तो आपको बताया जाएगा कि आपके बाबूजी मुख्यमंत्री थे. यही वजह है कि आप उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए हैं. इसमें बुरा मानने की क्या बात है? समझ नहीं आ रहा कि तेजस्वी यादव इतना क्यों घबरा रहे हैं.