2023 के दिसंबर तक प्रारंभ हो जाएगा.
उन्होंने बोला कि बीपीएससी के माध्यम से इसकी परीक्षा ली जाएगी. इस क्रम में उन्होंने बीजेपी के नेताओं पर ताना कसते हुए बोला कि उन्हें (बीजेपी) अगर कोई एजेंसी पसंद है तो वो बताएं उसी से परीक्षा करा दी जाएगी जिस पर उन्हें भरोसा हो. हमको तो बीपीएससी पर भरोसा है तो उसी से परीक्षा कराने जा रहे हैं.कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने बोला कि प्रखंड मुख्यालय तक डॉक्टर बैठते हैं. इंसानों का उपचार करते हैं. जानवर का भी उपचार होता है. ऐसे में हमारे किसान भाइयों के खेतों का उपचार संभव क्यों नहीं है? इसी के तहत हम चाहते हैं कि बिहार में जो एग्रीकल्चर के छात्र पढ़कर निकले हैं उन्हें नौकरी के साथ-साथ रोजगार भी मुहैया कराएं.
मंत्री ने बोला कि रोजगार मुहैया कैसे होगा इसके लिए हम लोगों ने तय किया है कि अब प्रखंड मुख्यालय स्तर पर कृषि क्लीनिक बनाएंगे. वैसे छात्र जो एग्रीकल्चर से पास हुए हैं चाहे वो यांत्रिकीकरण में हों, पौधे में हों, मेडिसिन में हों या फिर जिस चीज की उन्होंने पढ़ाई की हो उनके लिए यह प्रयास किया जा रहा है कि कृषि क्लीनिक हो जाए. कृषि क्लीनिक खोलने में कौन-कौन सी असुविधा होगी उनके साथ उसके लिए हम विभाग की ओर से बच्चों को फाइनेंस भी करेंगे.