डॉक्टर एके सिन्हा ने बोला कि गंभीर रूप से जख्मी हुए डॉ. राजेश पासवान इमरजेंसी में भर्ती हैं. आईसीयू में हैं तो समझा जा सकता है कि खतरे से बाहर नहीं हैं. उन्होंने यह भी बोला कि डॉक्टर राजेश पासवान की 5 घंटे तक पिटाई होती रही और 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी थे लेकिन मूकदर्शक बनी रही.
हम लोग नौकरी करते हैं तो सुरक्षा कौन देगा?
अगर सरकार सुरक्षा नहीं कर सकती है तो ऐसी सरकार को रहने का कोई हक नहीं है. हमलोग टैक्स देते हैं.
आगे उन्होंने बोला कि डॉक्टरों की कमी है. उस पर से उनके साथ मारपीट होती है. कौन परिवार वाले अपने बच्चे को डॉक्टर बनाना चाहेगा? एडमिशन के लिए बच्चे नहीं मिलते हैं. अस्पताल में 50 फीसद डॉक्टर की सीट खाली जाती है. यही हालत रही तो बाहर से डॉक्टर बुलाना पड़ेगा.बताया जाता है कि राजेश पासवान के क्लीनिक में एक मरीज की मृत्यु हो गई थी. इस पर परिवार वाले आक्रोशित हो गए थे. इसी को लेकर डॉक्टर राजेश पासवान की पिटाई कर दी गई थी. पीड़ित डॉक्टर का पटना में उपचार चल रहा है.