संवाद
इसके बावजूद डॉक्टर अपनी जिम्मेवारी समझाते हुए विधायक से बहस करते रहे और बच्चे का उपचार करने से मना कर दिया.
इस दौरान विधायक काफी ज्यादा गुस्से में नजर आए और उन्होंने सदर अस्पताल की व्यवस्था के संबंध में बोला कि यहा तैनात डॉक्टर जब खुद बीमार है तो वो उपचार क्या करेगा? इस क्रम में सदर अस्पताल में काफी ज्यादा देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. वहीं, बाद में गुस्से से लाल राजकुमार सिंह ने सिविल सर्जन प्रमोद कुमार को फोन कर सदर अस्पताल बुलाया तो डॉक्टर प्रमोद सिंह भागे भागे सदर अस्पताल आए. बता दें कि मंगलवार को नावकोठी थाना क्षेत्र के पहसारा गांव में एक खंडहरनुमा घर में रखे बम के ब्लास्ट होने से बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जिनका उपचार सदर अस्पताल सहित अन्य जगहों पर चल रहा है. इस सिलसिले में उन्हें देखने के लिए मटिहानी के जेडीयू विधायक और सत्ता दल के सचेतक राजकुमार सिंह सदर अस्पताल आए थे. जहां व्यवस्था को देखकर वह बिफर पड़े. इस मौके पर बच्चे के परिवार वालों ने बच्चों के उपचार में लापरवाही का इल्जाम लगाया और यह भी बोला कि डॉक्टर उन्हें निजी अस्पताल में जाने को बोल रहे हैं. इसके बाद राजकुमार सिंह गुस्सा में भड़क गए. वहीं, इस पूरे वाकये पर विधायक ने बोला कि हम जैसे लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है. अन्य सामान लोग की क्या हालत होती होगी?