प्रदीप के बड़े भाई रवि ने बताया कि मंगलवार की सुबह 9 बजे कुछ पारिवारिक बात हुई थी.
इसके बाद रवि सीवान चले गए. शाम को घर लौटे तो प्रदीप के कमांडिंग ऑफिसर ने फोन पर बताया कि प्रदीप को गोली लग गई है और वह शहीद हो गया है.उधर जानकारी मिलने के बाद प्रदीप के दरवाजे पर लोगों की भीड़ जुट गई. हालांकि अभी भी प्रदीप के पिता शंभू यादव और माता देवंती देवी को इसकी खबर नहीं है. माता-पिता को यही सूचना है कि प्रदीप को गोली लगी है. प्रदीप के भाई रवि ने बताया कि कमांडिंग ऑफिसर ने सूचना दी कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है. पोस्टमार्टम के बाद शव को फ्लाइट से पटना भेजा जाएगा.आज बुधवार (13 दिसंबर) की रात्रि करीब 10 बजे तक या गुरुवार (14 दिसंबर) की सुबह तक शव घर पहुंच सकता है. घटना के बाद भाई रवि का रो-रो कर बुरा हाल है. बता दें कि प्रदीप जब पहली बार अग्निवीर में भर्ती होने के बाद गांव लौटा था तो ढोल बाजे के साथ गांव वालों ने स्वागत किया था.