सोहगी मोड़ पर गिट्टी-बालू का कारोबार है.
घटना के बाद मृतक के परिवार वाले बच्चों के शवों को लेकर जहानाबाद चले गए.घटना के बारे में आसपास के लोगों ने बताया कि उनके घर के बाहर पुरानी ऑल्टो कार हमेशा लगी रहती थी. संजीव यादव का 4 वर्ष का बेटा और उनके भाई की 4 वर्ष की बेटी कार में खेलने चले गए थे. कार का दरवाजा अंदर से बंद हो गया. लोगों का मानना है कि दोनों बच्चे माचिस आदि लेकर अंदर खेलने लगे होंगे जिससे आग लग गई. धुआं देख आसपास के लोग दौड़े. इस बीच अचानक कार के अंदर आग लग गई. आग बुझाने का प्रयत्न किया गया लेकिन दोनों को बचाया नहीं जा सका.लोगों ने कार का शीशा तोड़कर बच्चों को निकाला. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सक ने देखने के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया. इस मामले में पटना के गौरीचक थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्हें ऐसी कोई खबर गांव वालों से नहीं मिली है. परिवार वाले बिना पोस्टमार्टम कराए और बिना थाने को जानकारी दिए ही बच्चों के शव को दाह संस्कार के लिए लेकर जहानाबाद चले गए हैं.