अगर आप अनपढ़ हैं, तो लोग आपको अनपढ़ ही तो बोलेंगे.
आप अगर गरीब हैं तो कोई आपको अमीर तो नहीं बोलने लगेगा. आप किसी के यहां मजदूरी कर रहे हैं, तो वो आपको अपना मालिक तो नहीं बताएगा. हम बिहार के लोग हैं, बाहर जाते हैं तो महाराष्ट्र में भी गाली सुनने को मिलती है और उत्तर प्रदेश, दिल्ली और तमिलनाडु में भी ऐसा ही होता है. ये समझ हम और आप बनाते नहीं हैं और दूसरे राज्यों को गाली दे रहे हैं. चुनावी रणनीतिकार ने बोला कि महाराष्ट्र का अगर आदमी बिहार में खेती में मजदूरी करेगा, तो उसके बारे में आप क्या बोलेंगे? आप अपनी दशा देख नहीं रहे हैं, अपने बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था कर नहीं रहे हैं. अपने राज्य में रोजगार की चिंता कर नहीं रहे हैं, जो कि करना चाहिए. बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र के क्रम में डीएमके सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार एस. ने बुधवार को अपनी गोमूत्र वाली टिप्पणी पर खेद व्यक्त करते हुए इसे वापस लिया. उन्होंने बोला कि कल अनजाने में मेरे द्वारा दिया गया वर्णन अगर इससे सदस्यों और लोगों के वर्गों की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं इसे वापस लेना चाहूंगा. मैं इन शब्दों को हटाने का अपील करता हूं. मुझे इसका अफसोस है.