बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने बोला बलियावी मांग कर रहे हैं कि आप कुर्सी छोड़िए और संप्रदाय विशेष को कुर्सी दे दीजिए.
भारतीय जनता पार्टी इस मांग का पुरजोर विरोध करते हुए नीतीश कुमार से मांग करती है कि बिहार में अति पिछड़ा समाज का एक बड़ा वर्ग है उसके लिए आप अपनी कुर्सी को त्याग दीजिए और अति पिछड़ा को मुख्यमंत्री बनाइए और आप जाकर आराम कीजिए. वहीं, इस बयान पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बोला कि बलियावी ने क्या बोला है, क्यों बोला है और किस संदर्भ में बोला है? यह तो वही बताएंगे और इसके लिए उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड का नेतृत्व सक्षम है.मृत्युंजय तिवारी ने बोला कि जेडीयू बयान पर संज्ञान लेगी. हम तो यही जानते हैं कि हमारी पार्टी आरजेडी और महागठबंधन की सरकार सभी धर्म का सम्मान करती है और सभी के अधिकार की बात करती है सभी के विकास के लिए कार्य करती है. वहीं, बलियावी के बयान पर जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने बोला कि गुलाम रसूल बलीयावी की पहचान एक अच्छे मजहबी जानकारी के रूप में है. उन्होंने बोला कि बलियावी को लेकर जो बाते हो रही है हमने भी वह वीडियो देखा है वह मजहबी जलसा का है और मजहबी जलसा में धर्म की बाते होती है, इस्लाम की की बाते होती है.अंजुम आरा ने बोला कि बलियावी साहब ने इस उस मजहबी जलसे से अपनी राजनीति भाव को प्रकट किया है. अपनी राजनीतिक सोच को उन्होंने बोला है और मेरा मानना है कि जलसा जो होता है वह मजहब के धर्म के बारे में बताने के लिए होता है सियासत के लिए अलग मंच होता है. बता दें कि बलियावी ने सीतामढ़ी में एक इस्लामिक रैली के क्रम में बोला कि बिहार में सर्वे के बाद जो बाते बोली जा रही है कि जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी तो 3 प्रतिशत वाला हुकूमत कर सकता है. 12-13 प्रतिशत वाला 9 मंत्रालय के साथ उपमुख्य मंत्री बन सकता है तो 18 प्रतिशत वाला क्यों नहीं बन सकता है.